
जौनपुर– भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष पुष्पराज सिंह के अध्यक्षता मे सीहीपुर स्थित भाजपा कार्यालय पर काला दिवस मनाया गया।मुख्य अतिथि प्रदेश प्रवक्ता अशोक पाण्डेय और विशिष्ट अतिथि के रूप मे लोकतंत्र सेनानी के जिलाध्यक्ष एव पूर्व विधायक सुरेंद्र प्रताप सिंह उपस्थित रहे।
मुख्य अतिथि ने कहा कि इंदिरा गांधी द्वारा भारत में 1975 में लगाया गया आपातकाल भारत के लोकतांत्रिक इतिहास में सबसे बड़ी घटना है। आज की पीढ़ी आपातकाल के बारे में सुनती जरूर है, लेकिन उस दौर में क्या घटित हुआ, इसका देश और तब की राजनीति पर क्या असर हुआ, इसके बारे में बहुत कम ही पता है। स्वतंत्र भारत के इतिहास में यह सबसे विवादास्पद और अलोकतांत्रिक समय था आपातकाल में चुनाव स्थगित हो गए थे और सभी नागरिक अधिकारों को समाप्त कर दिया गया था। इसका जड़ 1971 में हुए लोकसभा चुनाव था, जिसमें उन्होंने अपने मुख्य प्रतिद्वंद्वी राजनारायण को पराजित किया था। लेकिन चुनाव परिणाम आने के चार साल बाद राज नारायण ने हाईकोर्ट में चुनाव परिणाम को चुनौती दी। 12 जून, 1975 को इलाहाबाद उच्च न्यायालय के न्यायाधीश जगमोहन लाल सिन्हा ने इंदिरा गांधी का चुनाव निरस्त कर उन पर छह साल तक चुनाव न लड़ने का प्रतिबंध लगा दिया और उनके चिरप्रतिद्वंद्वी राजनारायण सिंह को चुनाव में विजयी घोषित कर दिया था।
जिला मीडिया प्रभारी आमोद कुमार सिंह ने बताया कि इस दौरान आये हुए लोकतंत्र सेनानी को सम्मानित किया गया जिनमे नरसिंह बहादुर सिंह, बाबूराम मिश्रा, रामस्वरूप, रामधारी यादव, मदन मोहन यादव, राम प्रसाद यादव, भगवती प्रसाद यादव, रामस्वरूप यादव, शंकर यादव, राम सिंगार यादव, ओमप्रकाश, लालता प्रसाद यादव, सभाजीत यादव, त्रिभुवन नाथ मौर्या, त्रिभुवन सिंह, ओमप्रकाश, महादेव चैरसिया, लालता प्रताप यादव, भोला मौर्य, रतिराम यादव, राजेंद्र प्रसाद गुप्ता, लल्लन यादव, शारदा देवी, गुलशन मौर्य, तहसीलदार, राजेंद्र, कृष्णावती मिश्रा, राम सागर तिवारी, कमला देवी निषाद, दयाराम शर्मा, बलवंती देवी, ज्ञान देव तिवारी, भोलानाथ यादव, कपिल देव तिवारी, इंद्रपाल सिंह, जयप्रकाश तिवारी, कालुराम चैरसिया, हरिशंकर यादव, राजदेव यादव, शांति देवी, मनोज यादव, जनार्दन तिवारी, आद्या प्रसाद मिश्रा, लक्ष्मी शंकर, राजाराम सरोज, रमेश चंद्र उपाध्याय, नीलम यादव, राजाराम गौड़, राज बहादुर यादव, राधेश्याम प्रजापति, रामजतन देवी, छोटे लाल यादव, राम उजागर, जयंती प्रसाद मौर्य, विश्राम सिंह राम प्रसाद पाल, लालचंद मौर्या, अमन पाल, उमाशंकर सरोज, जय नाथ पाल, मोतीलाल मौर्य, बृजेश सिंह, छोटेलाल शुक्ला, रमेश चंद्र मौर्य को सम्मानित किया गया।




