
दो हजार से कम निकासी के लिये उपभोक्ताओं को भेजा जाता है ग्राहक सेवा केन्द्र
पासबुक प्रिन्टिग आदि कार्यों के लिये प्रिन्टर खराब व कर्मचारी न होने का दिया जाता है हवाला
सिरकोनी, जौनपुर। लगन शुरू होते ही बाजारों में हलचल बढ़ गयी है। ऐसे में पैसे के लेन—देन में बैंकों को बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। बैंकिग सुविधा देखें तो यहाँ की प्रमुख बैंक यूनियन जो कस्बे के मुख्य बाजार में स्थित है। यहाँ पर एटीएम की सुविधा भी है, मगर वह सिर्फ बैंकिंग टाइम के लिए हैं। मतलब बैंक बंद तो एटीएम बंद। या फिर यू कह लें कि बैंकिग टाइम से दो घंटे पहले ही बैंक के चैनल गेट बंद कर गॉर्ड द्वारा बैंक पब्लिक के लिये बंद बताया जाने लगता है। सबसे खास बात तो यह है कि सब कुछ जानते हुए बैंक प्रबन्धक खामोश हैं। बैंक शाखा में दिन के तीन बजे के बाद अपने किसी बैंकिग से संबंधित आवश्यक कार्य हेतु प्रवेश नहीं कर सकते हैं। ऐसे में आम नागरिकों सहित व्यापारियों व दूर—दराज से बाजारों में खरीददारी के लिए आये ग्राहकों की काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। क्षेत्र के सुनील कुमार, प्रकाश कुमार, इज़हार हुसैन, सुशीला देवी का कहना है कि बैंकिग समय तक एटीएम न चलने से काफी दिक्कतें हो रही हैं। पासबुक प्रिंटिंग में प्रिंटर खराब और ऑपरेटर न होने का हवाला देकर ग्राहकों को टाल दिया जाता है। इसके अलावा सरकारी योजना के पैसे जिसमें वृद्धा पेंशन, विधवा पेंसन, किसान सम्मान निधि के खाता धारकों को तो उनके आये पैसों की जानकारी देना तो छोड़िए यदि किसी को 2 हजार के नीचे का निकासी हो तो उसे बाजारों से पैसे निकालने को बोल वापस कर दिया जाता है। ऐसे में 2 हजार रुपये की सम्मान निधि निकालने के लिए उन किसानों को अलग से 20 रुपये खर्च करने पड़ते हैं।