
4 करोड़ की कॉपर लूट एवं ट्रक ड्राइवर की हत्या का आरोपी था मृतक
खेतासराय, जौनपुर। एक तरफ घर में शादी की तैयारियां जोरों पर थीं तो दूसरी ओर आई एक खबर ने पूरे परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया। कौशाम्बी के कोखराज थाना क्षेत्र के ककोढां हाइवे पर बहुचर्चित कॉपर लूटकांड और ट्रक ड्राइवर की हत्या में वांछित बदमाश क्षेत्र के पोरईकलां निवासी सन्तोष उर्फ राजू पुत्र जय प्रकाश की रात उक्त लूट स्थान पर हुई पुलिस मुठभेड़ में मारा गया। यह बदमाश कोई और नहीं, बल्कि उसी घर का बड़ा बेटा था जहां सोमवार को सरोज की बारात निकलनी थी

मृतक कुख्यात बदमाश तीन भाई और एक बहन हैं। सरोज की कल बारात निकलनी है जो परिवार का मंझला बेटा है। पिता के साथ खेती-किसान करता है।

सबसे बड़ा बेटा, जिसकी मुठभेड़ में मौत हुई, लंबे समय से आपराधिक गतिविधियों में लिप्त था। उसके खिलाफ अलग-अलग प्रदेश में कई आपराधिक मामले दर्ज है। वहीं सबसे छोटा भाई स्वरूप जनपद के सीमावर्ती क्षेत्र फुलेश में एक जनरल स्टोर की दुकान चलाता है और पिता जय प्रकाश खेती-किसानी से जुड़े हुये हैं।

पुलिस के अनुसार शुक्रवार को राजस्थान अजमेर के जगपुरा गांव का रहने वाला 40 वर्षीय साबरमल मीणा अपने ट्रेलर में गुजरात से कापर वायर लोड कर प्रयागराज के सूबेदारगंज के लिए निकला था जिसकी कीमत करीब 4 करोड़ थी। शुक्रवार को कोखराज थाना क्षेत्र के ककोढा हाईवे पर कुख्यात बदमाश सन्तोष उर्फ राजू ने अपने गैंग के दो सदस्यों के साथ अर्टिगा कार से ओवरटेक कर ट्रेलर रोक लिया और ड्राइवर साबरमल मीणा को गन पॉइंट पर पहले धमकाया।

फिर उसे यह लालच दिया कि कापर वायर किसी और को बेंच देते हैं जिसके बदले उसे भी हिस्सा देंगे। जब ड्राइवर साबरमल मीणा ने बदमाशों से कहा कि यह ट्रेलर उसका खुद का है और यह कापर वायर रेलवे का है। वह ऐसा गलत काम नहीं करेगा।

इतने में बदमाश संतोष उर्फ राजू ने ड्राइवर साबरमल मीणा को पिस्टल से गोली मारकर हत्या कर दी और अपने दो साथियों की मदद से उसके शव को झाड़ियों में फेंक दिया। बदमाश कापर वायर लदा ट्रेलर ले जाकर प्रतापगढ़ की सीमा में खड़ा कर दिया।शनिवार की रात बदमाश संतोष उर्फ राजू 4 लोगों के साथ दो करोड़ में कापर वायर का सौदा कर रहा था तभी कोखराज पुलिस ने बदमाश संतोष उर्फ राजू सहित 4 अन्य खरीददार को धर दबोचा। पुलिस की पूछताछ में बदमाश संतोष ने अपना जुर्म कबूल किया जिसके बाद पुलिस घटना में इस्तेमाल पिस्टल बरामद करने के लिए उसे घटनास्थल पर लेकर पहुंची तभी झाड़ियों में छिपाकर रखे लोडेड पिस्टल से बदमाश संतोष ने पुलिस टीम पर फायरिंग करना शुरू कर दी।

इस संबंध में कौशाम्बी पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार ने बताया कि एसएचओ कोखराज चंद्रभूषण मौर्य और एक दरोगा के बुलेटप्रूफ जैकेट में गोली लगी। आत्मरक्षात जवाबी कार्रवाई में बदमाश संतोष के सीने में 6 गोली लगी है। डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इधर घटना के बाद शादी की खुशियां मातम में बदल गईं। घर में जहां ढोल-नगाड़ों की गूंज होनी थी, वहां अब चीख-पुकार और सन्नाटा पसरा है। परिजन के अनुसार उन्होंने कई बार बड़े बेटे को समझाने की कोशिश की थी लेकिन वह अपराध की दुनिया से बाहर नहीं निकल पा रहा था।
——इनसेट——
7 वर्ष मुम्बई में कार्गो से करोड़ों का सामान चोरी करने पर चर्चा में आया था संतोष
संतोष गाँव में एक सामान्य सीधे सादे युवक और सबसे मिल—जुलकर रहता था जो यहाँ से कक्षा 8 तक की पढ़ाई के बाद वह मुंबई कमाने चला गया। वहां पैसे की भूख और बड़ा आदमी बनने के चक्कर में ग़लत लोगों की संगत में आकर जरायम की दुनिया में कदम रख दिया और इस दलदल में जाने के बाद कभी पीछे नहीं हुआ और प्राय पुलिस अनेक प्रांतों से इसे ढूढ़ने आती रहती थी। फिलहाल तो जनपद में उक्त के ऊपर कोई मुकदमा नहीं है जबकि आजमगढ़ में और अनेक प्रांत में इसके ऊपर मुकदमें दर्ज हैं।

बात अगर क्षेत्र में अपराध की किया जाय तो खेतासराय में ज़मीन दिखाकर लोगों से लाखों रुपये ऐंठकर ग़ायब हो जाता रहा जबकि बड़ी घटना को अन्य प्रांत में अंजाम देता था। गांव में सीधा और सादगी से रहता था।