

जौनपुर – विकासखंड सिकरारा में राज्य पेयजल एवं स्वच्छता मिशन नमामि गंगे तथा ग्रामीण जलापूर्ति विभाग उत्तर प्रदेश जल जीवन मिशन द्वारा नामित संस्था जानकी प्रसाद मेमोरियल रिसर्च एंड एजुकेशनल ट्रस्ट महाराजगंज द्वारा विकास खण्ड परिसर में जल जीवन मिशन कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें आशुतोष पांडेय द्वारा जल जनित मुद्दों दूषित पानी पीने से होने वाली बीमारियां और और सरकार द्वारा हर घर नल जल योजना के अंतर्गत लोगों को प्रति व्यक्ति 55 लीटर पानी उपलब्ध करवाना है ।

सहायक विकास अधिकारी आई.एस. बी. कृष्ण कुमार मिश्र ने बताया कि हमारे पानी में विभिन्न प्रकार के रासायनिक तत्व आरसेनिक,आयरन,नाइट्रेट,क्लोराइड, फ्लोराइड,शेष क्लोरीन जैसे तत्वों की मात्रा बढ़ने से पानी हमारा दूषित हो जाता है, उनसे बचने के उपाय के बारे में बताया गया और फंक्शनल हाउसहोल्ड टैप कनेक्शन के उपयोग के बारे में लोगों को बताया गया तथा स्वच्छ पेयजल योजना को सफल बनाने में सहयोग की अपील की गयी।

सहायक विकास अधिकारी कोऑपरेटिव के द्वारा बताया गया कि हमारे जीवन में पेड़ पौधे लगाना बहुत जरूरी है और साथ ही साथ हम प्रकृति प्रदत्त वस्तुओं का सही रूप से इस्तेमाल करें जिससे हमारी आने वाली पीढ़ी प्रभावित न होने पाए। कार्यशाला कार्यक्रम में प्रशिक्षक आशुतोष पांडेय ने कार्यक्रम की विभिन्न गतिविधियों (ग्राम पंचायत स्तर कार्यशाला,पेयजल स्वच्छता एवं जल प्रबंधन समिति की बैठक, स्वास्थ्य एवं कल्याण समिति की बैठक, वॉल राइटिंग, स्वच्छता मेले का आयोजन, पूरक पोषाहार एवं पुष्टाहार संबंधी आंगनबाड़ी केंद्रो पर जल गुणवत्ता की बैठक, प्राथमिक विद्यालय / उच्च प्राथमिक विद्यालय में स्वच्छता क्लब का गठन, निबंध एवं ड्राइंग प्रतियोगिता का आयोजन) के बारे में बताया गया।जल जीवन मिशन की रूपरेखा को आगे और मजबूत करने के लिए लोगों को जागरूक किया गया जिससे सरकार का लक्ष्य समय से पूरा किया जा सके। कार्यशाला में सहायक विकास अधिकारी(पंचायत) विवेकानंद यादव सहायक विकास अधिकारी (आईएसबी) कृष्ण कुमार मिश्रा सहायक विकास अधिकारी (कोऑपरेटिव) ब्रह्मजीत सिंह, सामाजिक कार्यकर्ता व इनरव्हील क्लब जौनपुर की अध्यक्ष ममता मिश्रा, पूर्व अध्यक्ष मृदुला सिंह कोषाध्यक्ष पूनम मिश्रा सदस्य अंजू मिश्रा और एडीओ आईएसबी द्वारा झंडी दिखाकर रथ रवाना किया गया ।
मिशन के टीम सदस्य राजीव यादव अनुज पाल पीयूष कुमार लव कुश गौड़ विकास आदि उपस्थित रहे।
