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जौनपुर। जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चंद्र ने कहा कि 25 अगस्त की शाम मछलीशहर पड़ाव के पास हुए दर्दनाक हादसे ने पूरे जनपद को झकझोर कर रख दिया। अतिवृष्टि और जलजमाव के बीच विद्युत पोल में आई करेंट की चपेट में आने से तीन लोगों की असमय मौत हो गई।
उन्होने कहा की इस ह्रदय विदारक हादसे के बाद से ही जिला प्रशासन पूरी संवेदनशीलता के साथ राहत व बचाव कार्य में जुटा रहा। 01 व्यक्ति का शव मौके से ही बरामद कर लिया गया था जबकि शेष दो शवों को एसडीआरएफ और जिला प्रशासन की अथक मेहनत के बाद कल निकाला जा सका।
मृतकों का पोस्टमार्टम संपन्न कराकर आवश्यक कार्यवाही की गई। जिलाधिकारी ने स्पष्ट कहा कि “जनहानि जैसी घटनाओं में जिम्मेदारों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।” इस प्रकरण की जांच हेतु त्रिस्तरीय समिति गठित की गई थी, जिसकी रिपोर्ट में विद्युत विभाग के अवर अभियंता तथा नगर पालिका परिषद के अवर अभियंता की घोर लापरवाही उजागर हुई। दोनों अधिकारियों के निलंबन की संस्तुति सक्षम अधिकारी को भेज दी गई है।
जिलाधिकारी ने बताया कि विद्युत विभाग के अधीक्षण अभियंता (एससी) को निर्देशित किया गया है कि 24 घंटे के भीतर मृतकों के परिजनों को नियमानुसार 7.50- 7.50 लाख रुपए की सहायता राशि उपलब्ध कराई जाए।
उन्होंने कहा कि यह प्रशासन की जिम्मेदारी है कि पीड़ित परिवारों को हर संभव सहयोग समय से समय पर मिले। जिला प्रशासन की इस कार्रवाई से नकारा अन्य अधिकारियो मे हड़कंप मच गई है ।