
जौनपुर – जिलाधिकारी डा0 दिनेश चन्द्र की अध्यक्षता में और पुलिस अधीक्षक डा0 कौस्तुभ की उपस्थिति में कलेक्ट्रेट स्थित प्रेक्षागृह में सम्पूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया।

सम्पूर्ण समाधान दिवस के अवसर पर जिलाधिकारी के द्वारा शिकायतकर्ताओं की शिकायतों को गम्भीरता पूर्वक सुना गया और सम्बन्धित अधिकारी को गुणवत्तापूर्ण निस्तारण के लिए निर्देशित किया गया। जिलाधिकारी के समक्ष कुल 71 शिकायतें प्राप्त हुयी जिसमें 06 का मौके पर ही निस्तारण किया गया।

जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि आइजीआरएस के निस्तारण में मौके पर जाकर शिकायतकर्ता से वार्ता करते हुए जियो टैग फोटो लगाना सुनिश्चित करें। इसके साथ ही उन्होने पत्थर गडडी उखाडने वालों के विरूद्व एफआइआर दर्ज करानें के निर्देश दिये।

जिलाधिकारी ने लेखपालों को निष्पक्ष रूप से पैमाइस, अंश निर्धारण करने और आय जाति प्रमाण पत्र में सही रिपोर्ट लगाने के निर्देश दिये। भूमिधर के मृत्यु के उपरान्त पारदर्शी तरीके से और निर्धारित समय के भीतर वरासत कर दिया जाए। किसान दुर्घटना में पात्र लाभार्थियों को स-समय लाभ दिलाया जाए। उन्होने निर्देश दिया कि मृत्य प्रमाण पत्र से सम्बन्धित प्रार्थना पत्र लम्बित न रहे।

जिलाधिकारी ने विस्तार से लेखपाल के दायित्वों के सम्बन्ध में जानकारी दी। उन्होने भूलेख नियमावली के अनुसार लेखपालों की पाक्षिक डायरी भरी जाए और डायरी के अवलोकन के उपरान्त ही वेतन आहरित किया जाए।

गर्मी के दृष्टिगत सरकारी भवनों, विद्यालयों आदि में पक्षियों के लिए भी पानी की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। जनपद के जलाशयों को भरने के निर्देश दिये।
पुलिस अधीक्षक ने निर्दशित किया कि राजस्व और पुलिस विभाग के अधिकारियों के बीच समन्वय के माध्यम से विवादों का निस्तारण किया जाए।

समाधान दिवस के अवसर पर शिकायतकर्ता उमेश चन्द्र उपाध्याय एडवोकेट द्वारा जिलाधिकारी के समक्ष प्रार्थना पत्र देते हुए अवगत कराया गया कि वे अपनी पत्नी के ईलाज हेतु जिला अस्पताल गये थे जहां पर डा0 एस. पी. तिवारी को दिखाने पर उनके द्वारा आकांक्षा अस्पताल में आपरेशन कराने हेतु कहा गया। इस दौरान मरीज का कई बार आपरेशन किया गया, आपरेशन के उपरान्त पस बनने की समस्या उत्पन्न हो गयी। जिससे उन्हे आर्थिक नुकसान होने के साथ ही उनकी पत्नी को मानसिक, शारीरिक कष्ट भी उठाने पडे। जिस पर जिलाधिकारी ने तुरंत संज्ञान लेते हुए मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देशित किया कि एक कमेटी बनाकर उक्त डा0 की जांच करायी जाए और शिकायत सही पाये जाने पर नियमानुसार कडी़ कार्यवाही की जाए।
इस अवसर पर अपर पुलिस अधीक्षक आयुष श्रीवास्तव, मुख्य चिकित्साधिकारी डा0लक्ष्मी सिंह उपजिलाधिकारी सदर पवन कुमार, बेसिक शिक्षाधिकारी डा0 गोरखनाथ पटेल, जिला सूचना अधिकारी मनोकामना राय, तहसीलदार सौरभ कुमार सहित अन्य जिलास्तरीय अधिकारीगण उपस्थित रहे।
